विटामिन बी12 की कमी से कमजोर हो जाएगा शरीर का ढांचा,-डॉ कोमलप्रीत कौर

डॉ कोमलप्रीत कौर मेडिकल ऑफिसर मोहला क्लिनिनिक बगोआना लुधियाना  नेह कहा    शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने पर थकान, कमजोरी, उदासी, चिड़चिड़ापन, पैर व हाथों में झुनझुनी या सुन्नता, मन का भटकाव और मेमोरी लॉस जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं.

Vitamin B12 deficiency: विटामिन बी12 एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो शरीर के विकास और स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है. यह एक जल घुलनशील विटामिन है, जिसका अर्थ है कि यह शरीर में संग्रहित नहीं होता है और इसे नियमित रूप से बाहरी स्रोतों से प्राप्त करना पड़ता है. हमारा शरीर इस विटामिन को खुद नहीं बना सकता, इसलिए इसे बी12 से भरपूर फूड से प्राप्त करना होता है.

क्यों जरूरी है विटामिन बी12? (why vitamin b12 is important)

रेड ब्लड सेल्स का उत्पादन: विटामिन बी12 रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करता है, जो ऑक्सीजन को पूरे शरीर में ले जाती हैं. विटामिन बी12 की कमी से एनीमिया हो सकता है, जिससे थकान, कमजोरी और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है.

नर्वस सिस्टम का काम: विटामिन बी12 माइलिन के उत्पादन में मदद करता है, जो नसों के चारों ओर एक सुरक्षात्मक आवरण है. विटामिन बी12 की कमी से तंत्रिका संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि थकान, चिड़चिड़ापन और यहां तक कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी.

होमोसिस्टीन के स्तर को नियंत्रित करना: होमोसिस्टीन एक अमीनो एसिड है, जो उच्च स्तर पर होने पर दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है. विटामिन बी12 होमोसिस्टीन के स्तर को कम करने में मदद करता है.

विटामिन बी12 की कमी के लक्षण (symptoms of vitamin b12 deificiency)

शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने पर थकान, कमजोरी, उदासी, चिड़चिड़ापन, पैर व हाथों में झुनझुनी या सुन्नता, मन का भटकाव और मेमोरी लॉस जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं. विटामिन बी12 से भरपूर शाकाहारी भोजन (vitamin b12 rich foods)

फोर्टिफाइड फूड: दूध, दही, अनाज और सोया प्रोडक्ट जैसे कई खाने वाली चीजें विटामिन बी12 से भरपूर होते हैं.

यीस्ट: यीस्ट एक प्रकार का फंगल जीव है, जो प्राकृतिक रूप से विटामिन बी12 का एक अच्छा सोर्स है. यीस्ट को ब्रेड, पास्ता और अन्य फूड में मिलाया जा सकता है.

फर्मेंटेड सोया प्रोडक्ट: फर्मेंटेड सोया प्रोडक्ट, जैसे कि टेम्पेह, किमची, और मीसो, विटामिन बी12 का एक अच्छा सोर्स हो सकते हैं.

अंकुरित अनाज: अंकुरित अनाज (जैसे कि जौ और सोयाबीन) विटामिन बी12 का एक अच्छा सोर्स हो सकते हैं.

आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

डॉ कोमलप्रीत कौर मेडिकल ऑफिसर मोहला क्लिनिनिक बगोआना लुधियाना 

Leave a Comment

You May Like This

ਗਿਆਨੀ ਭਗਤ ਸਿੰਘ ਜੀ ਦੀ ਜਨਮ – ਸ਼ਤਾਬਦੀ ਨੂੰ ਸਮਰਪਿਤ ਸਿਮਰਤੀ ਸਮਾਗਮ ਅਤੇ ਪੁਸਤਕ ਲੋਕ  ਅਰਪਣ ਸਮਾਰੋਹ ਦਾ ਆਯੋਜਨ ਹੋਇਆ ਸ੍ਰ: ਰਣਜੋਧ ਸਿੰਘ ਦੇ ਪ੍ਰੇਮ ਦੀ ਤੰਦ ‘ਚ ਬੱਝੀਆਂ ਸ਼ਖਸ਼ੀਅਤਾਂ ਪੁੱਜੀਆਂ, ਪੁਰਖਿਆਂ ਦੇ ਸੰਸਕਾਰਾਂ ਦਾ ਨਿਚੋੜ ਕਿਤਾਬ ਹਾਸਲ ਕੀਤੀ