stock market closing bell- विदेशी निवेशक भारत के शेयर बाजार से तेजी से पैसे निकाल रहे हैं. विदेशी निवेशकों ने पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार से जमकर बिकवाली की है. भारतीय कंपनियों की दूसरी तिमाही के नतीजे विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने में असफल रहे हैं, इस वजह से विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से पैसे की निकासी शुरू कर दी है. पिछले गुरुवार को भारत के शेयर बाजार से एक दिन में विदेशी निवेशकों ने 768 मिलियन डॉलर की बिकवाली की है.
जून 2022 के बाद यह एक दिन में निकाली गई सबसे बड़ी रकम है. 26 अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में विदेशी निवेशकों ने कुल 1.02 अरब डॉलर की बिकवाली की है. सोमवार को शेयर बाजार में आधे फ़ीसदी की तेजी दर्ज की गई और बीएसई सेंसेक्स 330 अंक की तेजी पर 64,112 के लेवल पर बंद हुआ. निफ्टी 50 इंडेक्स में 96 अंक की तेजी आई और यह 19140 के लेवल पर बंद होने में सफल रहा.
शेयर बाजार में मुनाफे वाले शेयरों की बात करें तो बीपीसीएल, अल्ट्राटेक सीमेंट, ओएनजीसी और आरआईएल के शेयरों में तेजी दर्ज की गई. नुकसान उठाने वाले शेयरों में UPL, टाटा मोटर्स, मारुति सुजुकी और एक्सिस बैंक के शेयर शामिल थे. इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी मिडकैप 100, बीएसई स्मॉल कैप, निफ़्टी आईटी और निफ़्टी बैंक में मामूली तेजी दर्ज की गई.
सोमवार को गौतम अडानी ग्रुप की नौ लिस्टेड कंपनियों में से 7 के शेयरों में तेजी दर्ज की गई, जबकि अडानी विल्मर लिमिटेड और नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड के शेयरों में मामूली कमजोरी दर्ज की गई. अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर 5 फ़ीसदी की तेजी पर बंद हुए जबकि अडानी एंटरप्राइजेज में 1.47%, अंबुजा सीमेंट 1.33% और अडानी पावर 1.17 फ़ीसदी की तेजी पर बंद हुआ.
शेयर बाजार के कारोबार में मल्टीबैगर रिटर्न देने वाले शेयरों की बात करें तो ज्यादातर शेयरों में तेजी देखी गई. आईटी कंपनी इन्फोसिस, एक्सिस बैंक, गार्डन रीच शिपबिल्डर, देवयानी इंटरनेशनल, अशनिशा इंडस्ट्रीज और एसबीआई कार्ड के शेयरों में कमजोरी दर्ज की गई जबकि मुथूट फाइनेंस, पतंजलि फूड्स, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, फेडरल बैंक, आईआरसीटीसी और बजाज फाइनेंस के शेयर तेजी पर बंद हुए.
सोमवार को गति लिमिटेड के शेयर मामूली तेजी पर बंद हुए हैं जबकि कामधेनु लिमिटेड, यूनिपार्ट्स इंडिया, पटेल इंजीनियरिंग, ओम इंफ्रा, जियो फाइनेंशियल, देवयानी इंटरनेशनल और स्टोव क्राफ्ट के शेयरों में कमजोरी दर्ज की गई है.
