लुधियाना, 08 मार्च 2025 – (पंजाबी हेडलिन हरमिंदर सिंह किट्टी) क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल (सीएमसी) लुधियाना में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस विशेष आयोजन में महिलाओं के योगदान को सम्मानित किया गया, विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य क्षेत्रों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को सराहा गया।

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“स्वास्थ्य सेवा में नारी का योगदान, एक नए युग की पहचान!”
इस कार्यक्रम में सीएमसी के निदेशक डॉ. विलियम भट्टी, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. एलन जोसेफ, स्त्री एवं प्रसूति विभाग की प्रमुख डॉ. कविता भट्टी, कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल डॉ. हरजीत, और नर्सिंग सुपरिटेंडेंट श्रीमती संगीता निकोल्स ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसके अलावा, विशिष्ट अतिथि श्रीमती गीता अंजलि बक्शी ने इस अवसर को और खास बनाया। उन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े प्रोजेक्ट्स के लिए सीएसआर गतिविधियों के तहत उदारतापूर्वक दान भी दिया।
इस कार्यक्रम में कई प्रेरणादायक वार्ताएं आयोजित की गईं, जिनमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने महिलाओं के स्वास्थ्य, आत्म-देखभाल और वित्तीय सशक्तिकरण पर प्रकाश डाला:

डॉ. सैमुएल एन. जे. डेविड (एसोसिएट डायरेक्टर, एचआर) – पारिवारिक देखभाल: एक पिता/पति के नजरिए से
डॉ. कविता भट्टी (एचओडी, ओबी एंड गायनी) – सर्वाइकल कैंसर जांच और रोकथाम
डॉ. गौरी (एक्टिंग पीओ) – आंतरिक सौंदर्य
डॉ. प्रतीका गोयल (डर्मेटोलॉजी) – आत्म-देखभाल
श्री नितिन मैसी (डिप्टी एफओ) – वित्तीय स्थिरता
नारी का स्वास्थ्य, परिवार की समृद्धि का आधार है।” – सीएमसी लुधियाना
सीएमसी लुधियाना महिलाओं के समावेश, सशक्तिकरण और भलाई को बढ़ावा देने के अपने संकल्प को दोहराता है और एक सहायक वातावरण बनाने की दिशा में निरंतर कार्य करता रहेग

डॉ. एडिथ मैरी ब्राउन क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (CMC) लुधियाना की संस्थापक थीं और उन्होंने इसे एशिया की पहली महिला मेडिकल कॉलेज के रूप में स्थापित किया।

डॉ. एडिथ ब्राउन का योगदान:
1894 में, उन्होंने लुधियाना में महिलाओं के लिए एक चिकित्सा संस्थान की नींव रखी, जिसका उद्देश्य भारतीय महिलाओं को चिकित्सा शिक्षा प्रदान करना था।
यह संस्थान आगे चलकर क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, लुधियाना बना, जो भारत और एशिया का पहला महिला मेडिकल कॉलेज था।
उन्होंने भारतीय महिलाओं को प्रशिक्षित करने और चिकित्सा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए जीवनभर कार्य किया।
उनकी पहल ने हजारों महिला डॉक्टरों को प्रेरित किया और स्वास्थ्य सेवा में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया।
आज, CMC लुधियाना उनकी दूरदृष्टि का प्रमाण है और स्वास्थ्य क्षेत्र में महिलाओं के उत्थान के लिए समर्पित बना हुआ है।
सीएमसी लुधियाना – नारी शक्ति, सेवा और समर्पण की पहचान!”
