अनंतनाग एनकाउंटर: सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच चौथे दिन भी मुठभेड़ जारी, वन क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया

घने जंगल और पहाड़ी के बीच के संदिग्ध ठिकाने पर आतंकियों की खोजबीन के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है। सुरक्षाबलों का कोकेरनाग के गडूल के वन क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी है

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच चौथे दिन भी मुठभेड़ जारी है। सेना, पुलिस और सीआरपीएफ व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवान पूरी सतर्कता के साथ मैदान में डटे हुए हैं। घने जंगल और पहाड़ी के बीच के संदिग्ध ठिकाने पर आतंकियों की खोजबीन के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है। कुछ देर रुक-रुककर दोनों ओर से गोलीबारी भी हो रही है। बताया जा रहा है कि आतंकवादी एक पहाड़ी की चोटी पर एक गुफा में छिपे हुए हैं।

सुरक्षाबलों का कोकेरनाग के गडूल के वन क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी है। सेना ने आतंकियों पर शिकंजा कसने के लिए पहाड़ी को घेर लिया है। इसके बाद भी गतिरोध जारी है। क्वाडकॉप्टर, ड्रोन व अन्य आधुनिक उपकरण से आतंकियों पर नजर रखी जा रही है। अभियान में पैरा कमांडो ने भी मोर्चा संभाल लिया है। घना जंगल और पहाड़ी इलाका होने के कारण इस विशेष दस्ते को उतारा गया है। इसके अलावा पहाड़ी पर आतंकियों के ठिकाने पर रॉकेट दागे गए हैं

मुठभेड़ में कर्नल, मेजर और डीएसपी बलिदान
गौरतलब है कि कोकरनाग के गडूल के जंगलों में आतंकियों की मूवमेंट के इनपुट के बाद सेना की 19 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी ने बुधवार तड़के तलाशी अभियान शुरू किया था। घेराबंदी के दौरान ही जंगल क्षेत्र में छुपे आतंकवादियों ने संयुक्त दल पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। मुठभेड़ के दौरान सेना की 19 आरआर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी ऑपरेशन हुमायूं भट शहीद हो गए थे।

Leave a Comment