क्या है ब्रेन ट्यूमर? इसके प्रकार, लक्षण, कारण, जांच और उपचार -डॉ पॉल सुधाकर जोहान बी

हर साल 8 जून को ‘वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे’ (World Brain Tumor Day) आता है। ब्रेन ट्यूमर एक घातक बीमारी हो सकती है, यदि समय रहते ही इसका इलाज ना करवाया जाए। जानें, ब्रेन ट्यूमर के लक्षण, कारण, प्रकार, निदान और इलाज के तरीके

वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे‘ (World Brain Tumor Day 2023) हर साल 8 जून को होता है। ब्रेन ट्यूमर जैसे घातक रोग के बारे में जागरूकता फैलाने और इसके शीघ्र निदान को सुनिश्चित करने के लिए पहली बार वर्ष 2000 में जर्मन ब्रेन ट्यूमर एसोसिएशन (GBTA) द्वारा इस दिवस की शुरुआत की गई थी। अधिकतर लोगों को लगातार तेज सिर दर्द होता है, लेकिन वो इसे नजरअंदाज करते हैं। ऐसे में सिर में किसी भी तरह की तकलीफ हो, तो उसकी जांच जरूर करा लें वरना ब्रेन ट्यूमर होने पर स्थिति गंभीर हो सकती है। यदि आंकड़ों की बात करें, तो भारत में हर साल लगभग 40-50 हजार लोगों में ब्रेन ट्यूमर की बीमारी (Brain tumor) का निदान होता है। बच्चों की संख्या इसमें अधिक है। जानते हैं क्या है ब्रेन ट्यूमर (Brain tumor), इसके लक्षण, कारण, निदान और इलाज के बारे में यहां…

क्या है ब्रेन ट्यूमर (What is Brain Tumor)

डॉ. सुधाकर पॉल  जोहन बी   ने कहा कि  मस्तिष्क में होने वाली एक गंभीर और खतरनाक बीमारी है    ब्रेन ट्यूमर (Brain tumor)। डॉ. सुधाकर पॉल  के अनुसार, ब्रेन ट्यूमर वह डिसऑर्डर है, जिसमें मस्तिष्क की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने या मल्टीप्लाई होने लगती हैं। ये ट्यूमर मैलिग्नेंट (cancerous) या फिर नॉन-कैंसरस (benign) हो सकते हैं। यह आपके मस्तिष्क के किसी भी हिस्से जैसे झिल्ली (membranes), क्रेनियल नसों (cranial nerves), पिट्यूटरी ग्रंथि (pituitary gland) या पीनियल ग्रंथि (pineal gland) में उत्पन्न हो सकता है।

हालांकि, इस खतरनाक बीमारी का जितनी जल्दी पता चल जाए (Brain tumor), इलाज करना (Brain tumor treatment) उतना ही आसान हो जाता है। कई बार ट्यूमर होने पर सिर में पानी जमा होने लगता है, जिसे चिकित्सकीय भाषा में ”हाइड्रोसिफेलस” कहते हैं। हाइड्रोसिफेलस जैसी स्थिति किसी के लिए भी बेहद गंभीर और घातक होती है। इसका निदान थोड़ा मुश्किल इसलिए भी हो जाता है, क्योंकि इसमें पाए जाने वाले लक्षण कई अन्य रोगों में भी नजर आते हैं।

ब्रेन ट्यूमर के प्रकार (Types of Brain tumor)

डॉ. सुधाकर पॉल  जोहन बी ने कहा कि ब्रेन ट्यूमर कई प्रकार के होते हैं, जिसमें प्राइमरी और सेकेंडरी ब्रेन ट्यूमर होता है। प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में होता है, जो ब्रेन सेल्स, मस्तिष्क के मेंब्रेंस, नर्व सेल्स, ग्लैंड्स आदि में विकसित हो सकते हैं। सेकेंडरी ब्रून ट्यूमर कई तरह के ब्रेन कैंसर का कारण बनता है। ये शरीर के एक हिस्से से शुरू होकर मस्तिष्क तक फैल जाते हैं। फेफड़ों का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, किडनी कैंसर, स्किन कैंसर मस्तिष्क में भी फैल सकते हैं। हालांकि, इसे कैंसर के आधार पर मुख्य रूप से दो वर्गों कैंसरजन्य और कैंसर रहित ट्यूमर में विभाजित किया जा सकता है।

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण (Brain tumor symptoms)

लगातार सिर दर्द रहना

उल्टी होना

थकान

एंग्जायटी या अवसाद

ध्यान लगाने में कमी

चलते समय लडखड़ाना

याददाश्त कमजोर होना

स्वभाव में बदलाव

दौरा पड़ना

बोलने, सुनने या देखने में परेशानी

भ्रमित महसूस करना

मांसपेशियों में कमजोरी

शरीर के एक तरफ झुनझुनी या अकड़न महसूस करना

चेहरे के कुछ भागों में कमजोरी महसूस करना

वजन तेजी से बढ़ना

ब्रेन ट्यूमर का कारण (Causes of Brain tumor)

शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि कुछ रसायनों और विकिरण के संपर्क में आने, ब्रेन ट्यूमर का पारिवारिक इतिहास होने (family history of brain tumors) के कारण मस्तिष्क की यह गंभीर बीमारी होती है। हालांकि, उपयुक्त कारण अभी तक ज्ञात नहीं है।

ब्रेन ट्यूमर का इलाज (Treatment of Brain tumor)

आज इसका उपचार रेडियो सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडियेशन थेरेपी के अलावा कंप्यूटर आधारित स्टीरियोटौक्सी एवं रोबेटिक सर्जरी जैसी नवीनतम तकनीकों की बदौलत अत्यंत कारगर, सुरक्षित एवं काफी हद तक कष्ट रहित हो गया है। हालांकि, ट्यूमर को ऑपरेशन के जरिए हटाया जा सकता है, तो सबसे पहले उपचार में इसी विधि को अपनाया जाता है। यह सर्जरी इंडोस्कोपिक पक्रिया से की जाती है या फिर स्टीरिओटेक्सी से बायोप्सी की जाती है।

Dr Paul Sudhakar  John B

MBBS,MS,MCH

CONSULTANT  NEURO SURGEON

Christian Medical College, Ludhiana

Leave a Comment